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लद्दाख में टकराव ले सकता है गंभीर मोड़, चीन की चालबाजी पर डोभाल की भी करीबी नजर | India-China Standoff in Ladakh Nsa Ajit Doval Monitoring

India-China Standoff in Ladakh

लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुआ टकराव (India-China faceoff) गंभीर मोड़ लेता दिखाई दे रहा है। चीन अब वहां सैनिकों और सैन्य साजोसामान की आक्रामक तैनाती (Aggressive deployment of China) कर चुका है। वहां के हालात पर भारत लगातार नजर बनाए हुए है। खुद एनएसए अजीत डोभाल वहां की स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं।

हाइलाइट्स

  • लद्दाख में गंभीर मोड़ ले सकता है भारत-चीन टकराव, स्थितियों पर एनएसए अजीत डोभाल की भी करीबी नजर
  • लद्दाख में जिस जगह पर दोनों देशों के सैनिकों में टकराव हुआ था वहां चीन ने की आक्रामक सैन्य तैनाती
  • गलवान में चीन ने बुलाई अतिरिक्त मोटरबोट्स, भारी हथियारों और सैन्य साजोसामान के साथ बढ़ाई तैनाती

लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुए टकराव (India-China faceoff) को भले ही स्थानीय स्तर पर सुलझा लिया गया लेकिन मामला पूरी तरह शांत नहीं हुआ है। चीन ने सीमा पर बड़े पैमाने पर सैनिकों की तैनाती (Heavy deployment by China on border) कर दी है। बड़ी तादाद में मोटर बोट भी तैनात किए हैं। सूत्रों ने हमारे सहयोगी अखबार इकनॉमिक टाइम्स को बताया कि हालात पर भारत के शीर्ष नेतृत्व की करीबी नजर है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल (Ajit Doval) पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और हर एक गतिविधियों की जानकारी ले रहे हैं।

चीन का डर्टी गेम

चीन का यह डर्टी गेम उस वक्त चल रहा है जब पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है और इससे निपटने में लगी है। कोरोना वायरस चीन से पूरी दुनिया में फैला और अब यह मांग जोर पकड़ रही है कि वायरस के फैलने की अंतरराष्ट्रीय जांच हो और हजारों मौतों की जिम्मेदारी तय हो। ऐसे वक्त में चीन न सिर्फ जगह-जगह टकराव के जरिए इस मुद्दे से ध्यान भटका रहा है, बल्कि नेपाल को भी भारत के खिलाफ भड़का रहा है। माना जा रहा है कि लिपुलेख मामले (Lipulekh Mansarovar Link Road) में नेपाल को उकसाने में में चीन का ही हाथ है।

लद्दाख में चीन की तरफ से बढ़ी हलचल

भारत-चीन सीमा पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच नोकझोक, टकराव आम बात है। सीमा पूरी तरह स्पष्ट नहीं है इसलिए पट्रोलिंग के दौरान जब भी दोनों देशों के सैनिकों का आमना-सामना होता है तो उनमें कभी हल्की तो कभी तीखी नोकझोक देखने को मिलती है। लेकिन इस बार का टकराव गंभीर रूप लेता जा रहा है। टकराव के बाद चीन ने अपनी ओर सैनिकों का जमावड़ा बढ़ा दिया है। चीन के सैनिक इस हफ्ते उसी क्षेत्र में सैन्य अभ्यास कर रहे थे। उस सैन्य अभ्यास में इस्तेमाल हो रहे भारी हथियारों, सैन्य साजोसामानों को भी चीन ने बॉर्डर पर तैनात कर दिया है।

अस्थायी ढांचों को भी चीनी सैनिकों ने पहुंचाया नुकसान

यह भी माना जा रहा है कि चीनी सैनिकों ने पैंगोंग सो लेक के किनारे अपनी-अपनी पोजिशन भी ले ली है और मोटरबोट के जरिए आक्रामक गश्ती कर रहे हैं। इतना ही नहीं, बताया जा रहा है कि भारतीय सेना ने जो अस्थायी ढांचा बना रखे थे, उन्हें भी नुकसान पहुंचाया गया है।

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सिक्किम में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प

सिक्किम से सटी सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच टकराव की खबर है। नॉर्थ सिक्किम इलाके में भारत और चीन के सैनिकों में टकराव हुआ। सेना सूत्रों ने बताया कि इस घटना में दोनों तरफ के सैनिकों को मामूली चोटें भी आई हैं। सूत्रों की मानें तो लंबे समय बाद नॉर्थ सिक्किम इलाके में भारत और चीन के सैनिकों के बीच ऐसे तनाव देखने को मिला।

टकराव वाली जगह के 4 किमी दायरे में चीन ने की अतिरिक्त तैनाती

गलवान में जहां दोनों देशों के सैनिकों के बीच टकराव हुआ, वहां चीन के सैनिक अब भी तैनात हैं। जवाब में भारत ने भी सैनिकों के जमावड़े को बढ़ा दिया है। जो रिपोर्ट्स आ रही हैं, उनके मुताबिक गलवान में टकराव वाली जगह के करीब 4 किलोमीटर के दायरे में चीन ने अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती कर दी है।

दौलत बेग ओल्डी में भारत के सड़क, पुल बनाने से चिढ़ा है चीन

सूत्रों ने बताया कि चीनी सैनिकों का संभावित निशाना दरबुकशियोक-दौलत बेग ओल्डी (DBO) रोड हो सकता है, जिसे भारत ने पिछले साल बनाया है। यह रोड सब सेक्टर नॉर्थ (SSN) के लिए जीवन रेखा की तरह है। हालांकि, चीन को किसी भी तरह की हिमाकत से रोकने के लिए भारत ने भी पर्याप्त संख्या में सैनिकों की तैनाती की है। सूत्रों ने बताया कि जमीनी स्थिति 1962 से जुदा है, जब चीनी सेना ज्यादा तादाद की वजह से बहुत भारी पड़ी थी।

गलवान एरिया में रोड और पुल बनने से चीनी पक्ष नाखुश है। भारतीय सुरक्षा बल पुल और रोड का इस्तेमाल पट्रोलिंग के लिए कर रहे हैं। इसके अलावा इनसे स्थानीय आबादी का जीवन भी आसान हुआ है।

चीनी मीडिया में टिप्पणियां, इलाके में पकड़ मजबूत कर रहा ड्रैगन

दोनों देशों के बीच विवाद को उच्च स्तर पर बातचीत के जरिए हल करने की कोशिशें जारी हैं। हालांकि, चीनी मीडिया की हालिया टिप्पणियां बताती हैं कि चीन आक्रामक रुख अपना रहा है। चीनी मीडिया के मुताबिक चीन इलाके पर अपनी 'पकड़ मजबूत' कर रहा है।

भारत की तरफ से अब तक सधी हुई प्रतिक्रिया

ताजा स्थितियों पर भारतीय पक्ष ने विस्तार से कोई टिप्पणी नहीं की है बल्कि यही कहा है कि विवादित सीमा पर इस तरह के टकराव होते रहते हैं और इन्हें बातचीत के जरिए लोकल स्तर पर ही निपटा लिया जाता है। लद्दाख में टकराव के बाद दोनों देशों ने टकराव वाली जगह और आस-पास के इलाके में अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है जो अब दूसरे हफ्ते में प्रवेश कर गया है।

टकराव वाली जगह के आस-पास चीन ने लगाए 80 से ज्यादा टेंट

जिस जगह पर टकराव हुआ था, वहां पर चीन की तरफ से 80 से ज्यादा टेंट लगाए जा चुके हैं। इसके अलावा चीन की तरफ से अस्थायी डिफेंसिव पोजिशन भी तैयार किए गए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि चीन ने गलवान नदी के करीब री-इनफोर्समेंट भी तैयार कर रखा है।

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