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वास्तु शास्त्र टिप्स | Special Vaastu Shastra Tips For Your Home in Hindi.
सीढ़ी बनाने के मुख्य नियम क्या है? | What are the main rules to make the stairs.
- सीढि़यां हमेशा घर के नैर्ऋत्य कोण में बनाएं, जो दक्षिण से पश्चिम की ओर जाएं। सीढ़ी मकान के पश्चिम या उत्तर भाग में भी हो सकती है।
- ऊपर की ओर जाने वाली सीढि़यों की संख्या सदैव एकी (odd) नंबर में होनी चाहिए, यथा 5-7-9-11 इत्यादि।
- घर में घुसते ही सीढि़यां नहीं दिखनी चाहिए।
- मुख्य प्रवेश द्वार के ऊपर सीढ़ी नहीं होनी चाहिए।
- सीढि़यां सदैव दायीं तरफ (Anti-clock-wise) होनी चाहिए।
- जहां तक हो सके, सीढि़यां चिकनी नहीं होनी चाहिए।
- एक सीढ़ी से दूसरी सीढ़ी के मध्य 9‘‘ इंच का अंतर आदर्श अंतर है। इससे अधिक अंतर ठीक नहीं।
- जहां तक हो सके, सीढि़यों के दोनों ओर हत्था लगाएं।
- सीढि़यों के नीचे (Sloping) शयन कक्ष या बैठक नहीं होने चाहिए।
- सीढि़यां कभी ईशान में न बनाएं।
- प्रारंभ में कभी त्रिकोण सीढि़यां (Steps) न बनावें।
- सीढ़ी के नीचे पूजा गृह कभी न बनाएं।
- सीढ़ी के नीचे शौचालय नहीं बनाना चाहिए, वर्ना कब्जी, मस्सी एवं बदहजमी की शिकायतें होंगी।
- आपत्ति काल सीढ़ी के नीचे में स्नान गृह (Bath-room) बना सकते है।
- सीढ़ी के नीचे गोदाम बना सकते है।
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