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पिरामिड के बारे में जिज्ञासा | Curiosity to know about Pyramid

प्रश्नः पिरामिड किसे कहते है?

उत्तरः पिरामिड का शाब्दिक अर्थ है ‘सूच्याकार पत्थर का खंभा‘ कुछ लोगों ने इसको दो टुकड़ों में पिरा (Pyra) एवं मिड (Mid) में संधि विच्छेद कर इसका अर्थ दिया है त्रिकोणाकार ऐसी वस्तु, जिसके मध्य में अग्नि ऊर्जा के स्त्रोत का निर्माण होता है।

प्रश्नः वास्तु शास्त्र के तत्वों में पिरामिड कौन से तत्वों में आता है?

उत्तरः पिरामिड ‘आकाश तत्व‘ के अंतर्गत स्पेस एनर्जी (Space Energy) में आता है और उसी हिसाब से घर में आकाश तत्व और प्रकाश को बढ़ाने के लिए इसको उपयोग में लिया जाता है।

प्रश्नः क्या पिरामिड ठोस होता है?

उत्तरः पिरामिड कभी ठोस नहीं होता। पिरामिड तो पृथ्वी पर भार है। उनका कोई महत्व नहीं। ऐसे तो बड़े-बड़े तिकोने पर्वत पृथ्वी पर खड़े है। उनमें कोई चमत्कार नहीं।

पिरामिड का असली संबंध तो अंदर के (Space) आकाश तत्व एवं उसमें प्रवाहित होने वाली ऊर्जा से है। फिर पिरामिड ज्यामितीय सिद्धांतों एवं वास्तु सिद्धांतों पर खरे उतरने चाहिए। तभी उनमें चमत्कारी शक्ति आएगी।

प्रश्नः पिरामिड के अंदर कैसा अनुभव होता है?

उत्तरः पिरामिड के अंदर गहन शक्ति का अनुभव होता है।

प्रश्नः पिरामिड ऊर्जा कहां से संपादित होती है?

उत्तरः पिरामिड की ऊर्जा, भूगर्भ के चारों कोनों की चार भुजा से उघ्र्वगामी होती है तथा पिरामिड का शक्ति बिंदु ऊपरी नोक की ओर बढ़ता है।

उधर सूर्य की ऊर्जा पिरामिड की ऊपरी नोक से नीचे की ओर उतरती है। इस प्रकार से पिरामिड ऊर्जा भूगर्भ एवं ऊपर आकाश द्वारा दोनों ओर से संपादित होती है।

प्रश्नः क्या पिरामिड अन्य उपचारों में बाधक है?

उत्तरः आयुर्वेदिक, एक्यूप्रेशर, या अन्य कोई योग, ध्यान लगाने में पिरामिड उसमें बाधक नहीं है।

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