संक्षेपण
फेशियल त्वचा को साफ करके इस पोषण और ग्लो देता है।
फेशियल हमेशा त्वचा के प्रकार के हिसाब से किया जाता है।
फेशियल से मसल्स रिलैक्स होकर नयी ऊर्जा से भर जाते हैं।
स्ंावदेनशील त्वचा वाले लोगों को कभी-कभी एलर्जी हो सकती है।
     फेशियल वह ब्यूटी प्रोसीजर है, जिसमें त्वचा को अनेक चरणों जैसे क्लींजिंग, स्टीम से एक्सफाॅलियेशन, एकसटैªक्शन, मसाज और फेस मास्क आदि की मदद से साफ और पोषित किया जाता है। फेशियल काफी लोकप्रिय है क्योंकि यह त्वचा को साफ करके पोषण देकर इसे मुलायम और नरम बनाता है। आप ब्यूटी सैलून या स्पा में फेशियल करा सकते हैं। या आप खुद से इसे घर पर भी कर सकते हैं। इस लेख में हम आपको फेशियल और इसके प्रकारों के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
     फेशियल प्रक्रिया की शुरूआत फेस क्लीजिंग से होती है, जिसके बाद त्वचा एस्थेटीशियन आपकी त्वचा के प्रकार और समस्या वाले हिस्सों की जांच करते हैं। और यदि आपको कोई त्वचा सम्बन्धी समस्या है तो उसके समाधान हेतू लिये जा सकने वाले इनपुट्स के बारे में सलाह-मशवहरा करता है।
फेशियल का चुनाव और तरीका
फेशियल हमेशा त्वचा के प्रकार और समस्याओं के आधार पर ही किया जाना चाहिए। आॅयली त्वचा को क्ले-मास्क की ज़रूरत हो सकती है, जबकि ड्राई त्वचा पर हाइड्रेटिंग मास्क की ज़रूरत होती है। वहीं संवेदनशील त्वचा की अधिक सावधानी से साज संभाल करनी होता है, क्योंकि ऐसी त्वचा पर इरिटेशन हो सकती है।ै इसलिये इस प्रकार की त्वचा पर केवल हाइपोएलर्जिक प्रोडक्ट्स का ही उपयोग किया जाना चाहिये।
त्वचा का एक्सफाॅलियेशन हाॅट वाॅटर के वेपर्स या स्टीम की मदद से किया जाता है। दरअसल स्टीम त्वचा के रंध्रो को खोल देती है और इसे मुलायम तथा फेशियल ट्रीटमेंट के लायक बनाती है। ब्लैकहेड्स की ज़्यादा संभावना वाली त्वचा के बंद रंध्र हाॅट वेपर से खुल जाते हैं, जिससे ब्लैकहेड्स को निकालने का काम काफी आसान हो जाता है। लेकिन ब्लैकहेड्स को निकालना कभी-कभी सूट नहीं करता क्योंकि यह संवेदनशील त्वचा पर इन्फ्लेमेशन पैदा कर सकता है।
नाजुक त्वचा पर से ब्लैकहेड्स निकालना दर्दभरा हो सकता है, इन्हें निकालना वैकल्पिक है। फेशियल मसाज आधा घंटा या तब तक की जाती है जब आपके चेहरे की मसल्स रिलैक्स होकर नयी ऊर्जा से भर ना जायें। यह रिलैक्सिंग तकनीक है जो चेहरे पर खून के संचार को बढ़ाकर चेहरे को चमकदार बनाती है। फेस मास्क फेशियलक का अंतिम चरण है जिसे आपके त्वचा प्रकार के मुताबिक लगाया जाता है। मास्क के सूखने के बाद आपका चेहरा साफ कर दिया जाता है और एक टोनर या माॅइश्चराईज़र लगाया जाता है। फेशियल युक्त त्वचा केयर विविधों को महीने में एक बार इस्तेमाल करना काफी होता है।
फेशियल करवाते समय जितना जरूरी अपने स्किन टाइप का ध्यान रखना है, उतना ही जरूरी मौसम का रखना भी है। जैसे गर्मी में आॅयल कंट्रोल वाला फेशियल होता है और सर्दियों में नमी देने वाला, इसलिए मौसम के हिसाब से भी फएशियलका चुनाव करें।
समस्याएं
यदि फेशियल सही तरह से किया जाये तो फेशियल के साथ कोई जोखिम नहीं होता है। फेशियल ट्रीटमेंट का महत्त्वपूर्ण नियम यह है कि त्वचा का प्रकार क्या है और त्वचा की जरूरतेें क्या हैं। संवेदनशील त्वचा वाले लोगों को किसी एलर्जिक रिएक्शन से बचने के लिए अपने एस्थेटीशियन से अपने त्वचा प्रकार के बारे में पहले ही बता देना चाहिये।
शादी हो, पार्टी, किसी भी खास मौके पर खास दिखना भला कौन नहीं चाहता। और खास दिखने की आपकी तैयारी तभी पूरी होती है, जब मेकअप के अलावा आपकी त्वचा भी ग्ला करे और उसमें निखार आए। इसके लिए फेशियल सबसे आसान और प्रभावी तरीका है। अगर आप किसी खास मौके पर दमकती त्वचा चाहती हैं तो अपनी जरूरत के हिसाब से अपना फेशियल चुनें।